Wednesday, December 7

कैसे सफलता की तरफ ले जाती है भगवद गीता

भगवद गीता निराशा से मुक्त कर देती है ,हर श्लोक अपने आप में परिपूर्ण है .महाभारत में कृष्ण सिर्फ सारथि धर्म को ही निर्वाह करते हैं ,मतलब यह की यदि मनुष्य प्रबल आत्मविश्वास से कर्म करने के पग भरता है तो प्रकृति उसका मार्गदर्शन करने के तैयार रहती है ,जरुरत है मजबूती से खडा होने की . गीता "मेरापन " और " हमारा पन" यानि स्वार्थ तथा एकता की भावना के हानि और लाभ को दिखाती है.गीता दैवीय गुणों के विकास का मार्ग दिखाती है .गीता कर्म के हर अंग की विवेचना तर्क संगत रूप से करती है,गीता नीति को स्थापित करवाती है ,गीता अन्याय से लड़ने की शक्ति देती है ,गीता प्रेम के रूप का सूक्ष्मता से वर्णन करती है .गीता सच्चे वैराग्य में जीना सिखाती है ,गीता मृत्यु के भय से मुक्त करती है ,गीता निराशा को सहज ही तौड़ देती है .गीता कठिन परिस्थियों से संरक्षण करना सिखाती है .गीता व्यवस्था सिखाती है .इतनी बड़ी कौरव सेना से जीतना कोई आसान काम नहीं था लेकिन सही व्यवस्था से बड़े बड़ों पर काबू पाया जा सकता है . गीता की व्याख्या ,टीका जरुर पढ़े .आप किसी भी धर्म के हो मगर जीवन को सच्चे अर्थ में जीना चाहते हैं तो विभिन्न विद्वानों द्वारा की गयी गीता की व्याख्या को पढ़े ,समझे और अमल करे .सी राजगोपालाचारी विनोबा,गांधी सभी दिग्गज स्वतंत्रता सेनानियों पर श्रीमद भगवत गीता का गहरा प्रभाव था

Wednesday, November 2

गाँव के सुशील कुमार ने जीते पाँच करोड़

बिहार के सुशील कुमार ने 'कौन बनेगा करोड़पति' में पाँच करोड़ की पुरस्कार राशि जीतने में सफलता पाई है. बिहार के चंपारण के रहने वाले सुशील कुमार पेशे से एक शिक्षक हैं और उनकी मासिक आय छह हज़ार रुपए है.

कौन बनेगा करोड़पति के पाँचवें संस्करण की सर्वोच्च पुरस्कार राशि जीतने के बाद शो के एंकर अमिताभ बच्चन ने उन्हें मीडिया के सामने पेश किया.
अमिताभ बच्चन ने उनकी जमकर सराहना की है और कहा कि सुशील कुमार बहुत अच्छा खेले.

अमिताभ बच्चन ने कहा, "सुशील कुमार एक छोटे से गाँव से हैं. ये चंपारण, बिहार से हैं. ये वहाँ एक शिक्षक और कंप्यूटर ऑपरेटर भी हैं. इनके पास टीवी भी नहीं है. ये किसी और के यहाँ जाकर कौन बनेगा करोड़पति देखते थे."

उन्होंने सुशील कुमार के दृढ़ निश्चय की तारीफ़ की और कहा कि आम आदमी जो ठान लेता है, वो करके दिखाता है और सुशील कुमार इसका जीता-जागता नमूना हैं.

इस मौक़े पर सुशील कुमार की ख़ुशी छिपाए नहीं छिप रही थी. उन्होंने कहा कि उन्होंने सोचा नहीं था कि वे पाँच करोड़ जीत जाएँगे.

सुशील कुमार ने कहा, "मेरा घर टूटा हुआ है. मुझे घर बनवाना है. मैंने सोचा था कि घर का पुनर्निर्माण कराऊँगा, लेकिन अब तो मैं नया घर बनाऊँगा."

उन्होंने कहा कि वे अपने सभी भाइयों की मदद करेंगे. सुशील कुमार ने कहा कि उन्हें पढ़ने-लिखने का बहुत शौक है और पैसे की कमी के कारण ऐसा नहीं कर पाते थे.

सुशील कुमार ने कहा कि अब वे ख़ूब पढ़ाई करेंगे. उन्होंने कहा कि इसकी उन्होंने ख़ास तैयारी नहीं की थी. सुशील कुमार ने कहा कि इसमें वैसे ही सवाल पूछे जाते हैं, जो सामान्य प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं.

बम फ़ोड़ने की ज़िम्मेदारी-सुशील के हर सही उत्तर पर तेज़ आवाज़ वाले बम फ़ोड़ने की ज़िम्मेदारी भाई सुधीर ने अपने कंधों पर ले रखी थी. साथ में रखे लाऊडस्पीकर कार्यक्रम की आवाज़ दूर-दूर तक पहुँचा रहे थे.

पिता अमरनाथ प्रसाद पर्दे के ठीक बगल में एक कुर्सी पर बैठे थे. जैसे ही सुशील फ़ास्टेस्ट फ़िंगर फ़र्स्ट जीतकर अभिताभ बच्चन के सामने बैठे, हर जगह सीटियाँ बजनी शुरू हो गईं.

प्रेरणा- मोतीहारी में लोगों की ज़ुबान पर सुशील का नाम है. लोगों का कहना है कि सुशील की वजह से लोगों को उनसे बहुत प्रेरणा मिली है.

स्थानीय निवासी कृष्ण कुमार कहते हैं कि सुशील की वजह से पढ़ाई कर रहे बच्चों में एक नई उमंग जागृत हुई है, कि अगर पढ़ाई के बल पर सुशील ये सब हासिल कर सकता है तो मैं क्यों नहीं.

Monday, September 19

HEART TOUCHING LINES

Most Touching Lines by a boy whoz beloved was marrying sum1 else...

"Aaj dulhan ke laal jode me use uski saheliyon ne sajaya hoga,,,
meri jaan ke gore haathon ko mehandi se sajaya hoga...

bahut gehra chadha hoga mehndi ka rang,,,
...us mehndi me usne mera naam chhupaya hoga....

rah rah ke ro padi hogi,,,jb usko mera khayal aaya hoga....
khud ko dekha hoga jab aaine me to chehra mera bhi nazar aaya hoga...

bahut pyaari lag rahi hogi wo,,..aaj..
dekh kr usko chand bhi sharmaya hoga...

aaj meri jaan ne apne maa baap ki izzat ko bachaya hoga...
usne beti hone ka har farz nibhaya hoga. . . .

sochta hu kis tarah usne khud ko samjhaya hoga...
apne hathon se hamare khaton ko jalaya hoga...

khud ko mazbut banaakar meri yado ko mitaya hoga...
bhukhi hogi wo jaanta hu main,,mere bina usne kuch na khaya hoga..

aaj usne sab kuch peechay chhor ke kisi anjaan ko ,
apni zindagi ka humsafar banaya hoga.....

Thursday, September 15

करिश्माई व्यक्तित्व वाले जॉब्स

जब स्टीव जॉब्स ने अपनी कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़ी थी तो शायद ही किसी को कोई फर्क पड़ा हो लेकिन अब जब उन्होंने एप्पल के सीईओ पद को छोड़ा है तो सारी दुनिया हिल गई है और बाजार में भूकंप सा आ गया है।

केवल एक सेमेस्टर के बाद पढ़ाई छोड़ देने वाले स्टीव को प्रतिभा का धनी छात्र माना जाता था। स्टीव ७० के दशक में पढ़ाई करने के बजाय अध्यात्म की तलाश में भारत आ गए और जब वे अमेरिका वापस लौटे तो बौद्ध बन चुके थे हालांकि उनके पिता एक सीरियाई मुसलमान थे।

लगभग चार साल के कम समय में ही आईपैड और आईफोन से दुनिया में छा जाने वाले एप्पल का दिल, दिमाग और आत्मा जॉब्स को ही माना जाता है। दुनिया के दूसरे सीईओ की तरह टाई और कोर्ट के बजाय वे पूरी बांह की काली टी शर्ट और जींस पहनना पसंद करते हैं। जॉब्स ने १९७६ में अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर एप्पल कम्प्यूटर को शुरू किया था।

अथक मेहनत से कंपनी तो जम गई लेकिन हालात कुछ ऐसे बने कि जॉब्स का कंपनी के साथ बने रहना मुश्किल हो गया और अंतत: १९८५ में उन्हें एप्पल कम्प्यूटर को छोड़ देना पड़ा। लेकिन उनका जाना कंपनी के लिए नुकसान दायक सिद्ध हुआ और जितनी तरक्की कंपनी ने उनके नेतृत्व में की जॉब्स के बाद वह तरक्की थमने लगी।

इसी बीच माइक्रोसॉफ्ट को टक्कर देने के लिए एप्पल को जॉब्स की जरूरत महसूस हुई और उन्हें १२ साल बाद एक बार फिर से १९९७ में एप्पल में वापस बुला लिया गया। उनके नेतृत्व में कंपनी ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ी और बाजार में मैकबुक और मैक पीसी नाम के उत्पाद उतारे। इन उत्पादों के बाद कंपनी की प्रसिद्धि और बाजार दोनों में ही काफी इजाफा हुआ।

अपनी दूसरी पारी की शुरू करने के १० बाद जॉब्स को उस समय भारी सफलता मिली जब एप्पल ने आईफोन का निर्माण कर दिया। इसके बाद तो जॉब्स और कंपनी के रूतबे में अचानक से ही बहुत बढ़ोतरी हुई। कुछ लोगों ने तो आईफोन के निर्माण को तकनीकी क्रांति की संज्ञा दे दी और यह बात कुछ हद तक सही भी थी क्योंकि केवल बात और मैसेज तक सीमित रहने वाला मोबाइल फोन एक चलता-फिरता कम्प्यूटर जो बन गया था

लेकिन तकनीकी क्षेत्र का यह व्यक्ति अपने स्वास्थ्य से हार गया। लीवर और कैंसर से ग्रसित होने के बाद जॉब्स ने कंपनी के सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया। जॉब्स अपने कार्यकाल के दौरान कंपनी से वेतन के रूप में केवल एक डॉलर की राशि लेते रहे हैं, हालांकि उनके समस्त खर्चे कंपनी ही उठाती रही है।

बीमारी का असर उनके व्यक्तित्व पर भी पड़ा और वे एक जिद्दी नेता बन गए जो हर हाल में अपने एजेंडे को पूरा करना चाहता है। इसे उनकी मेहनत का ही परिणाम कहा जा सकता है कि आज एप्पल दुनिया का सबसे ब्रांड बन गया है।

खुशखबरीः अब रोमिंग पर नहीं लगेगा कोई चार्ज!

मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले करोड़ों लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। दरअसल टेलीकॉम पॉलिसी 2011 के ड्राफ्ट में इस बात की सिफारिश कर दी गई है कि नेशनल रोमिंग के दौरान लगाए जाने वाले शुल्कों को पूरी तरह खत्म कर दिया जाए। इससे उन मोबाइल उपभोक्ताओं को काफी फायदा होगा जो अक्सर अपने राज्य से बाहर सफर करते रहते हैं। इसके लिए नई पॉलिसी में- ‘वन नेशन, वन लाइसेंसे’ की पॉलिसी अपनाने की बात कही गई है।

आपको बता दें कि अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में मोबाइल ऑपरेटरों के लिए ‘सिंगल परमिट लाइसेंस’ की व्यवस्था है। यानी एक ही परमिट पर वे देशभर में टेलीकॉम सेवाएं दे सकते हैं। जबकी भारत को 22 अलग अलग टेलीकॉम सर्किलों में बांटा गया है। और मोबाइल कंपनियों को सभी सर्किलों के लिए अलग अलग लाइसेंस लेना पड़ता है। ऐसे में मोबाइल ग्राहक भी जब अलग अलग सर्किलों में जाते हैं तो उनसे इसके लिए चार्ज वसूला जाता है।

लेकिन नई टेलीकॉम पॉलिसी के प्रस्तावों से इस समस्या से निजात मिल सकती है। माना जा रहा है कि इस साल के अंत तक इन प्रस्तावों को पेश कर दिया जाएगा। और अगर इन्हे लागू कर दिया जाता है तो मोबाइल इस्तेमाल करने वाले लोगों को इससे काफी फायदा होगा।

Monday, May 2

अमरीकी सेना ने आखिर मार गिराया लादेन

दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकी ओसामा बिन लादेन आखिरकार एक अमरीकी सैन्य कार्रवाई में मारा गया है। कार्रवाई के बाद अमरीकी सेना ने उसके शव को अपने कब्जे में ले लिया है।
ओसामा बिन लादेन के मारे जाने की पुष्टि खुद अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मीडिया के सामने आकर की। इसके तुरंत बाद भारी संख्या में लोग व्हाइट हाउस पर जमा हो गए और और लोग स़डकों पर उतर आए। लादेन पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से 90 किलोमीटर दूर एबटाबाद में एक दो मंजिला मकान में छिपा हुआ था। लादेन के वहां छिपे होने की पुख्ता जानकारी के बाद अमरीकी सेना ने बीती अर्ध रात्रि को इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
स्थानीय लोगों के रात करीब एक बजे एक हेलिकॉप्टरकाफी नीचाई पर मंडराता हुआ आया और पहले दो धमाके सुने गए।
इसके बाद एक जबर्दस्त धमाका हुआ, जो पूरे एबटाबाद में सुना गया। इसके कुछ देर बाद ही करीब एक बजकर 20-25 मिनट के बीच हेलिकॉप्टर में धमाका हुआ और गिर गया। उसके कुछ देर बाद ही एक और हेलिकॉप्टर आया और कुछ धमाके सुने गए।


न्यूयार्क के वल्र्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन की इमारत पर हमले के बाद से ही लादेन अमेरिका के सर्वाधिक वांछित व्यक्तियों की सूची में शीर्ष पर था। 9/11 के हमले के मुख्य साजिशकर्ता लादेन ने हमले के बाद कहा था कि हमले का परिणाम उसकी उम्मीदों से अधिक रहा। वह एक दशक से अमेरिकी और उसके सहयोगी बलों की आंखों में धूल झोंक कर बचता रहा है, जबकि उसके सिर पर 2.50 करो़ड डॉलर का इनाम घोषित था। वाशिंगटन के एक रणनीतिक थिंक टैंक, स्ट्रैटफॉर ने कहा है कि लादेन अलकायदा का प्रतीक बन गया था, यद्यपि जिस तरह से उसने संगठन को संचालित किया वह संदिग्ध है। स्ट्रेटफॉर ने कहा है, ""उसके मौत का प्रतीकात्मक महत्व स्पष्ट है। अमेरिका इसे एक ब़डी जीत बता सकता है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ओबामा प्रशासन ने लादेन के बारे में जुटाई गई जानकारी पाकिस्तान समेत किसी देश से शेयर नहीं की थी। अमरीकी सरकार के कुछ लोग ही इस ऑपरेशन के बारे में जानते थे। हमले में कोई भी अमरीकी सैनिक हताहत नहीं हुआ। अमरीकी सैनिक लादेन का शव अफगानिस्तान स्थित अपने एयरबेस मे ले गए। वहां उसका डीएनए टेस्ट कराया गया, जिसमें उसके लादेन होने की पुष्टि हो गई।

Saturday, April 9

'सचिन 200 प्रतिशत भारत रत्न के हक़दार' - धोनी


भारत को विश्व कप दिलाने वाली क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न दिए जाने के दो सौ प्रतिशत पक्ष में हैं.

सचिन को ये सम्मान देने की माँग काफ़ी पहले से होती रही है मगर विश्व कप जीतने के बाद से ये और ज़ोर पकड़ रही है. इससे अभी एक ही दिन पहले महाराष्ट्र विधानसभा की ओर से भी इस बारे में एक प्रस्ताव पारित किया गया है.

इंडियन प्रीमियर लीग के चौथे संस्करण में हिस्सा लेने चेन्नई पहुँचे धोनी ने कहा, "सचिन भारत रत्न के लिए 200 प्रतिशत सबसे आदर्श प्रत्याशी हैं. उन्होंने 21 वर्षों तक देश की सेवा की है और अभी आने वाले कुछ और वर्षों तक करेंगे."

उन्होंने कहा, "बतौर क्रिकेटर अगर सचिन को भारत रत्न नहीं मिलता तो मुझे नहीं लगता कि कभी भी किसी क्रिकेटर को ये सम्मान मिलेगा. उन्होंने क्रिकेट को एग नए स्तर तक पहुँचाया है और जहाँ लोग क्रिकेट के बारे में ज़्यादा नहीं जानते वहाँ भी सचिन को वो जानते हैं."

इससे पहले सचिन ने धोनी को सर्वश्रेष्ठ कप्तान बताया था जिसके साथ उन्होंने क्रिकेट खेला है. इस बारे में पूछे जाने पर धोनी ने कहा, "मेरे लिए ये बहुत ही ख़ुशी की बात है कि सचिन ने मेरे बारे में ये बात कही है."

उन्होंने कहा, "सचिन की ही तरह मैं भी देश की सेवा कर रहा हूँ. मुझे जो भी काम दिया गया है मैंने उसे पूरी ईमानदारी से करने की कोशिश की है. मुझे ख़ुशी है कि सचिन को मेरे साथ खेलकर अच्छा लगा है."

14 साल की उम्र में आईआईटी


चौदह साल की उम्र में बच्चे अक्सर ये नहीं जानते कि उन्हे ज़िंदगी में आगे क्या करना है,पर दिल्ली के सहल कौशिक को इस उम्र मे न सिर्फ पता है कि उन्हें ज़िंदगी में आगे क्या करना है बल्कि उहोंने इस ओर अपने कदम भी बढ़ा दिए है.

सहल कौशिक ने 12वीं कक्षा के बाद देश की सबसे मुश्किल प्रतियोगिताओं में से एक माने जाने वाली आईआईटी परीक्षा में 33वां स्थान हासिल किया है और दिल्ली क्षेत्र में वे पहले स्थान पर रहे है. चौदह साल की उम्र में वे देश के सबसे छोटे आईआईटीयन बन गए हैं.

सहल एशियन ओलंपियाड में भी भारत की नुमाइंदगी कर चुके है. इससे पहले सहल कौशिक को कम उम्र की वजह से 10वीं की परीक्षा देने के लिए भी दिल्ली उच्च न्यायालय से विशेष अनुमति लेनी पड़ी थी.

सहल की माँ रुचि कौशिक से हमने पूछा कि उन्होने सहल के स्कूल में क्या नहीं पढाया, तो रुचि कौशिक कहती है. "सहल बचपन से ही काफी तेज़ था. हमने सोचा कि चलो घर पर पढ़ा कर देखते है, क्योकि अगर वो स्कूल जाएगा तो वो उसे वही पढ़ाएँगे जो वो पहले से ही जानता है."

सहल बचपन से ही प्रतिभा के धनी है. जब वे सिर्फ छह साल के थे तभी से सहल उपन्यास पढ़ने लगे थे.

सहल को पढ़ने के अलावा गाने सुनना और उपन्यास पढ़ना पसंद है.

सहल से जब हमने पूछा कि आईआईटी परीक्षा मे सफलता के लिए वो क्या गुर देंगे. सहल कहते है "अपने कॉन्सेप्ट पर पकड़ रखें. पिछले साल के पेपर की मदद से अभ्यास करें और पाठयक्रम की किताबे जरुर पढ़ें."

सहल अपनी सफलता का श्रेय अपनी माँ और नारायना ऐकेडमी मे फिजिक्स के अध्यापक उदय प्रताप सिंह को देते है.

लेकिन भविष्य में क्या करना चाहतें है इस मामले में भी सहल की सोच ज़रा अलग है. उन्होंने आईआईटी में 33वां स्थान हासिल किया है लेकिन वे दिल से इंजिनियरिगं के बजाए फिजिक्स मे बीएससी करना चाहते है ताकि एस्ट्रो- फिजिक्स में अनुसंधान कर सकें.

उसकी कामयाबी एक मिसाल है

कानपुर स्थित यशोदानगर की गंगा विहार कालोनी ग़रीबों की बस्ती है. इसी बस्ती में रहते हैं मोची राजेन्द्र प्रसाद जिनके अठारह साल के बेटे अभिषेक भारती ने आईआईटी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में सफल होकर एक मिसाल क़ायम की है.

उन्होंने अनुसूचित जाति श्रेणी में 154 वां स्थान हासिल किया है.

घर के नाम पर दस गुना दस फुट का एक कमरा है. इसी एक कमरे में राजेंद्र प्रसाद, पत्नी संगीता और उनके चार बेटे रहते हैं.

कमरे के बीच में एक दरवाजा है, जो एक छोटे से आँगन में खुलता है. एक रस्सी पर कपड़े टंगे हैं. दरवाजे से दाहिनी तरफ एक तख्त है, जिसमें वे सब अखबार बिखरे हैं, जिनमें अभिषेक की कामयाबी की खबर मोटे-मोटे अक्षरों में छपी हैं.

बगल के घर में बिजली है, मगर अभिषेक के माँ-बाप के पास इतना पैसा नहीं कि कनेक्शन ले सकें, इसलिए अभिषेक और उसके तीनों भाई लालटेन की रोशनी में ही पढ़ाई करते हैं.

अभिषेक कहते हैं, “शुरुआत में तो मुझे नहीं पता था कि यह आईआईटी क्या होता है, मगर इंटर फर्स्ट ईयर में मेरे एक सर संदीप गोयल ने कहा कि आईआईटी भारत का एक टॉप का इम्तिहान होता है, तब मेरे मन में भी लगन लगी कि मुझे यह इम्तिहान पास करना है.”

अभिषेक कहते हैं, “मैं रोज लगभग सात-आठ घंटे पढ़ाई करता था. लेकिन मैंने कोई शेड्यूल नहीं बनाया कि इतने घंटे फिजिक्स, केमिस्ट्री या मैथ ही पढ़ना है, क्योंकि कोई बाध्यता होने से पढ़ाई में मज़ा नहीं आता. और मज़े के बिना आईआईटी नहीं निकलती.”

अभिषेक अपनी इस सफलता में भाभा कोचिंग को श्रेय देना नहीं भूलते, जिसने उन्हें मुफ्त में पढ़ाया.

अभिषेक के गणित के टीचर संदीप गोयल ने बताया कि उसके अंदर किसी विषय को समझने और सवालों को अपने ढंग से हल करने की विशेष क्षमता है.

राजेन्द्र प्रसाद के मुताबिक मैंने बेटे को बस यही समझाया था, "देखो! तुम्हें यह बूट पालिश का काम नहीं करना है."

अभिषेक आगे चलकर अंतरिक्ष विज्ञान पढ़ना चाहता है और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम उसके आदर्श हैं. मगर अभिषेक की दिलचस्पी राजनीति में बिलकुल नहीं है, क्योंकि उसके मुताबिक उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफ़ी ज़्यादा भ्रष्टाचार है.

Monday, April 4

संन्‍यास की बात तक नहीं करना चाहते सचिन तेंदुलकर


सचिन तेंदुलकर के करोड़ों प्रशंसक जो इस बात की चिंता कर रहे हैं, कि विश्‍व कप जीतने के बाद अब मास्‍टर ब्‍लास्‍टर क्रिकेट छोड़ देंगे, तो वे चिंता छोड़ दें। क्‍योंकि फिलहाल सचिन संन्‍यास की बात तक नहीं करना चाहते हैं। सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान जब मीडिया ने उनसे रिटायरमेंट पर सवाल पूछा तो सचिन ने कहा, "अभी संन्‍यास की बात नहीं करना चाहता। मैं फिलहाल अपनी जीत के इस लम्‍हे को पूरी तरह एन्‍ज्‍वॉय करना चाहता हूं।"

सचिन ने आगे कहा कि विश्‍वकप से पहले भी वे अपने खेल को पूरी तरह एंज्‍वॉय करते रहे हैं और अब भी करते रहेंगे। सचिन ने कहा, "मैं फिलहाल संन्‍यास के बारे में सोच नहीं रहा हूं। मैं अपने खेल को भरपूर एंज्‍वॉय करना चाहता हूं और जब तक हो सकेगा वो क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे।"
इससे पहले जब सचिन अपने घर पहुंचे तो मोहल्‍ले व घर पर उनका घर पर भव्‍य स्‍वागत हुआ। उनकी पत्‍नी व मां ने उनकी आरती उतारी। उसके बाद सचिन सीधे पूजा घर में गये और गणपति भगवान के सामने मत्‍था टेका। इस दौरान बधाईयां देने के लिए मोहल्‍ले वालों का तांता लगा हुआ था।

Thursday, March 31

देश की जनसंख्या 121 करो़ड हुई, यूपी के आंक़डे सबसे ऊपर

भारत की जनसंख्या बीते एक दशक में 18.1 करोड़ बढ़कर अब 1.21 अरब हो गई है। जनगणना के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में पुरुषों की संख्या अब 62.37 करोड़ और महिलाओं की संख्या 58.64 करोड़ है। जनसंख्या नियंत्रण के लिए प्रयास कर रहे देश के लिए अच्छी खबर यह है कि आबादी की वृद्धि दर में कमी देखी गई है। 1991 की गणना में आबादी में 23.87 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी थी, 2001 में 21.54 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि 2011 की जनगणना के अनुसार बीते एक दशक में आबादी 17.64 फीसदी बढ़ी। उत्तर प्रदेश देश का सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। अगर उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के आंकड़ों को मिला दिया जाए, तो दोनों राज्यों की कुल आबादी अमेरिका की जनसंख्या से अधिक होगी। अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, लिंगानुपात में सुधार हुआ है। पिछली जनगणना के मुताबिक देश में प्रति 1,000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 933 थी, जो एक दशक में बढ़कर अब 940 हो गई है। आबादी में पुरुषों की संख्या 51.54 फीसदी और महिलाओं की संख्या 48.46 फीसदी है। सबसे ज्यादा जनसंख्या घनत्व दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट जिले का है। यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 37,346 लोग रहते हैं। दूसरी ओर सबसे कम घनत्व वाला जिला अरुणाचल प्रदेश का दिबांग है। यहां प्रति वर्ग किलोमीटर के हिसाब से सिर्फ 1 व्यक्ति रहता है

Monday, March 14

कार्लोस स्लिम दुनिया में सबसे अमीर

फोर्ब्स ने बुधवार को दुनिया के सबसे रईस लोगों की नई सूची जारी की. मेक्सिको के उद्योगपति कार्लोस स्लिम दूसरी बार बने सबसे रईस. बिल गेट्स दूसरे नंबर पर. 74 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ कार्लोस स्लिम लगातार दूसरी बार दुनिया के सबसे अमीर आदमी घोषित किए गए. स्लिम की संपत्ति में पिछले साल की तुलना में 20.5 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है. बिल गेट्स 56 अरब डॉलर के साथ रहे दूसरे नंबर पर हैं. उनके बाद हैं 50 अरब डॉलर के साथ वॉलमार्ट सूपरमार्केट के मालिक वॉरन बफेट. इस सूची के सभी 1,210 अरबपतियों की सम्पत्ति का जोड़ 4.5 हजार अरब डॉलर है. पिछले साल यह राशि 3.6 अरब डॉलर थी. फोर्ब्स ने इस साल अपनी सूची में 199 और नाम जोड़े हैं और इसमें 89 महिलाओं के नाम शामिल हैं. सूची में 66 वर्षों के साथ अमेरिकी अरबपतियों की औसतन उम्र सबसे ज्यादा है. दुनिया के सबसे बूढ़े अरबपति स्विटजरलैंड के 100 वर्षीय वाल्टर हेफनर हैं. दुनिया के सबसे रईस लोगों में सबसे ज्यादा अमेरिकी हैं. सूची में अमेरिका के 413, एशिया के 332, यूरोप के 300 और मध्य पूर्व और अफ्रीका के 89 लोगों के नाम हैं. गौरतलब है कि एशिया में यूरोप से ज्यादा रईस मौजूद हैं. फोर्ब्स की वरिष्ठ सम्पादक लुइजा क्रॉल ने कहा, "ऐसे पहली बार हुआ है कि एशिया में यूरोप से ज्यादा रईस हैं. चीन ने इस बार बाजी मार ली." पिछले साल की तुलना में चीन में रईसों की संख्या 69 से 115, हांगकांग में 25 से 36 और भारत में 49 से 55 हो गई है.

Saturday, February 19

विश्व कप क्रिकेट और मास्टर ब्लास्टर

सबको पता है कि भारतीय उपमहाद्वीप में हो रहे इस विश्व कप को जीतने का ख़्वाब कितने दिनों से देखा जा रहा है. भारतीय टीम इस समय ज़बरदस्त फ़ॉर्म में है और बेहतरीन प्रदर्शन के दौर में.

मुझे याद है कि कैसे मीडिया में सचिन के संन्यास की कहानी लिख दी गई थी. लेकिन बुरे विश्व कप प्रदर्शन के कुछ ही दिनों बाद सारी आलोचनाओं पर चुप्पी साधते हुए ये मास्टर ब्लास्टर नेट्स पर पसीना बहाने पहुँच चुका था.

अब ये बताने की भी आवश्यकता नहीं कि सचिन ने 2007 के बाद एक दिवसीय क्रिकेट कितने इतिहास रचे हैं.

सचिन तेंदुलकर के नाम आज बल्लेबाज़ी का लगभग सारा रिकॉर्ड है. उन्होंने 444 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेल कर कुल 17629 रन बनाए हैं. वनडे में एकमात्र दोहरा शतक लगाने वाले वे अकेले बल्लेबाज़ हैं. 46 शतक और 93 अर्धशतक उनकी महान बल्लेबाज़ी का सबूत है.

लेकिन इस महान खिलाड़ी की विश्व कप जीतने की ख़्वाहिश अभी तक पूरी नहीं हो सकी है. हालांकि उनके रहते भारत फ़ाइनल में भी पहुँचा है और वे विश्व कप में भी सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं.तेंदुलकर के बल्ले पर होंगी सबकी नज़रें. भारतीय उनका 50 शतक विश्व कप में देखना चाहेंगे. ये सब उसी समय मुमकिन है जब तेंदुलकर का बल्ला 1996 और 2003 की तरह बोले.

महेंद्र सिंह धोनी और कंपनी विश्व कप जीतने और ट्रॉफ़ी उठाने के बाद उसे महान सचिन तेंदुलकर को समर्पित करेगी/

My Best wishes to Indian Players..

Saturday, February 5

एलियंस के अस्तित्व पर हॉकिंग की मुहर

इस ब्रह्मांड के दूसरे ग्रहों में प्राणी अवश्य ही हैं लेकिन लोगों को उनसे बचकर रहना चाहिए. ये चेतावनी है ब्रिटेन के जाने-माने वैज्ञानिक स्टीवन हॉकिंग की.

टेलीविज़न के डिस्कवरी चैनल पर एक सिरीज़ दिखाई जा रही है जिसमें स्टीवन हॉकिंग ने माना कि यह पूरी तरह से तार्किक है कि बौद्धिक प्राणी अन्य ग्रहों पर भी होंगे.

उन्होंने कहा कि संभव है कि वो संसाधनों की तलाश में पृथ्वी पर हमला करें और फिर आगे बढ़ जाएं.

उन्होने कहा, "अगर एलियन पृथ्वी पर आते हैं तो उसका वैसा ही परिणाम होगा जैसा कोलम्बस के अमरीका पहुंचने पर वहां के मूल निवासियों का हुआ था".

स्टीवन हॉकिंग मानते हैं कि दूसरे ग्रहों के प्राणियों से संपर्क करने की कोशिश करने से बेहतर ये होगा कि हम उससे बचें.

इसकी व्याख्या करते हुए उन्होने कहा, "इसके लिए हमें अपने आपको देखने की ज़रूरत है कि बौद्धिक जीव का विकास उस शक्ल में हो सकता है जिससे हम न मिलना चाहें".

अतीत में मानव ने अंतरिक्ष में ऐसे खोजी यान भेजे हैं जिनमें मानव के नक्काशीदार चित्र और पृथ्वी की स्थिति बताने वाले नक्शे रखे हुए थे.


स्टीवन हॉकिंग ने कहा कि इस ब्रह्मांड में अनगिनत आकाशगंगाएं हैं इसलिए यह सोचना कि उनमें कहीं न कहीं जीवन होगा बिल्कुल तार्किक है.

उन्होंने कहा, "सबसे बड़ी चुनौती यह पता करना है कि वो देखने में कैसे होंगे".

डिस्कवरी चैनल पर दिखाई जाने वाली इस सिरीज़ में कई तरह के जीवों की कल्पना की गई है जिनमें दो पैरों पर चलने वाले शाकाहारी जीव से लेकर शिकार करने वाले छिपकलीनुमा जीव शामिल हैं.

पहले कौन आया अंडा या मुर्गी

बढ़ती उम्र इंसान को कभी रास नहीं आई. शायद यही वजह है कि हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताओं ने वृद्ध चूहों को जवान बनाने का प्रयोग शुरु किया.

वृद्ध चूहों के शिथिल अंगों में सुधार ने उनकी उम्र की रफ़्तार को उलट दिया गया और ये चूहे वृद्धावस्था से जवानी की ओर चल पड़े.

शोध कहता है कि ये प्रयोग इंसान पर सफल रहे तो वह दिन भी दूर नहीं जब उम्र नहीं ढलेगी और लोग सदा जवान रहेंगे.

सदियों से ये सवाल हमें उलझाता रहा है कि पहले कौन आया अंडा या मुर्गी, लेकिन इस साल ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने इस उलझन को भी सुलझा लिया.

वैज्ञानिकों ने पाया कि मुर्गी के अंडे ‘ओवोक्लेडिडिन-17’ नामक एक प्रोटीन से बनते हैं जो अंडे का खोल बनाने के लिए बेहद ज़रूरी है और मुर्गी के गर्भाशय में ही पाया जाता है.

यानी अंडा तभी बन सकता है जब मुर्गी का अस्तित्व हो!

Wednesday, February 2

What Would Dale Carnegie Do?

I always find it helpful to read Dale Carnegie’s timeless book, "How To Win Friends And Influence People" at least once a year. I think it is especially helpful this time of year as we celebrate the holidays with office parties and get togethers.

Here are Ten Major points of the book:

1.When you meet someone, make eye contact and smile. A great way to do this is to make a mental note of their eye color.
2.Wherever you are, act like you are the host. Initiate the conversation. Be the first to say hello.
3.Use simple memorization techniques to remember people’s names or write them down on a small card. As Dale Carnegie says, “The sweetest sound to a person is their name.”
4.Make others feel important by giving them your full attention. Help them feel like they are the only person in the room and that you are enjoying your conversation with them. Refrain from yawning or looking at your watch.
5.Show curiosity and interest in others. Ask them open-ended questions and listen to their answers. You will become more likeable, and really start to understand the person’s wants, needs, and desires.
6.Be enthusiastic about your life. People gravitate to optimistic, positive and cheerful people.
7.Be able to speak on a variety of subjects. Keep abreast of current events and read timely books and magazines. Be able to tell people what you do in a few short sentences. Speak concisely.
8.Invite people to join you for other activities such as lunch or an informal meeting.
9.Be sincere and compliment others about what they are wearing, doing, or saying.
10.Give people more than they expect. Don’t promise things you can’t deliver.

At lst I want to say that:

Anything about Carnegie is wonderful. I have read his book HOW TO MAKE FRIENDS AND INFLUENCE PEOPLE, I just love reading that. The tips and tricks given by Carnegie are always simple and easy to use. You can definitely influence people or can make loads of friends, if you are moving on the way shown by him.

No Excuses: Take 5 Minutes and Change Your Life

One of the simplest things you can do in life is to
sit down for a few minutes and write down your goals
. Yet over 90% of the population have never done this. The simple act of writing your goals down will multiply your chances of completing them.

So… no excuses… right now…
Start your Destiny..

How should be my Teacher's ??

Have you ever been in a class that was so impactful that you came away so excited that you wanted to tell all of your friends about it? Have you had a teacher with the extraodinary talent to keep you totally immersed in the subject, where everything just seems to click?

I have had a few teachers like this in my life. All of a sudden learning has gone from laborious and boring to exciting and rewarding. It takes a special person to do this. It’s not just facts and figures, but stories and personal experiences. It’s a learning experience that matches your unique learning style.

1.Their teaching matches
your learning style.

2.Individual attention.

3.Passion for Teaching.



As American author William Arthur Ward says…

** The good teacher explains.

** The superior teacher demonstrates.

*** The great teacher inspires. **

Tuesday, January 18

Things to learn from 3 idiots

Hi guys,

I am sure most of you have seen 3 idiots-The bockbuster of bollywood history of real life movies.



My opinion its a must watch. i am sure we would like to know what we have learned from the movie.

A BIG question floated in my mind - Is money the only criteria for Success?

Lets share our experiences of college days, Carrier, Friends, Campus, which you can relate to 3 idiots.

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School Days...

KG v/s 12th-std

KG: Kisi se dosti nhi thi or ladka ladki sb hath pakad kr chalte the..
12: Dosti b h or pyr b pr hath pakdne se darte the..

KG: Pencil, Rubber, sharpnr, scale sb roz le jate the...
12:Ek pen b dusri class se mangne jate the...

KG: Lunch se pehle hand wash n prayr krte the...
12:2nd period me hi lunch khtm kr dete the...

KG: Class me entr hne se pehle mam may i cum in bolte the...
12: Bina btaye hi pura period bunk pe rehte the...

KG: Bag me hr subjct Ki buk or copy dalte the...
12: Har subjct ki ek hi copy bnate the...

KG: Class test me star milta tha...
12:Full moon hi naseeb hota tha...

KG: Roz diary likhte the n mumy ko dikhate the...
12: 1st page pe details bhar kr diary kisi kone me fek dete the...

Nw d most unique bt b'ful diffrnce-
K.G. me aate waqt roye the...?
12th se jate waqt roye the....?